SHER•10/24/2020बे-नाम सा ये दर्द ठहर क्यूँ नहीं जाताBy Nida FazliLikeShareReportHindiEnglishबे-नाम सा ये दर्द ठहर क्यूँ नहीं जाताजो बीत गया है वो गुज़र क्यूँ नहीं जाता