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GHAZAL

मुँह की बात सुने हर कोई दिल के दर्द को जाने कौन

मुँह की बात सुने हर कोई दिल के दर्द को जाने कौन

आवाज़ों के बाज़ारों में ख़ामोशी पहचाने कौन

सदियों सदियों वही तमाशा रस्ता रस्ता लम्बी खोज

लेकिन जब हम मिल जाते हैं खो जाता है जाने कौन

वो मेरी परछाईं है या मैं उस का आईना हूँ

मेरे ही घर में रहता है मुझ जैसा ही जाने कौन

जाने क्या क्या बोल रहा था सरहद प्यार किताबें ख़ून

कल मेरी नींदों में छुप कर जाग रहा था जाने कौन

किरन किरन अलसाता सूरज पलक पलक खुलती नींदें

धीमे धीमे बिखर रहा है ज़र्रा ज़र्रा जाने कौन

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