SHER•10/25/2020शेर तो रोज़ ही कहते हैं ग़ज़ल के लेकिनBy Nawaz DeobandiLikeShareReportHindiEnglishशेर तो रोज़ ही कहते हैं ग़ज़ल के लेकिन आ! कभी बैठ के तुझसे करें बातें तेरी