वक़्त किस तेज़ी से गुज़रा रोज़-मर्रा में 'मुनीर' Muneer Niyazi@muneer-niyaziवक़्त किस तेज़ी से गुज़रा रोज़-मर्रा में 'मुनीर' आज कल होता गया और दिन हवा होते गए