SHER•5/6/2022ये ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकताBy Munawwar RanaLikeShareReportHindiEnglishये ऐसा क़र्ज़ है जो मैं अदा कर ही नहीं सकतामैं जब तक घर न लौटूँ मेरी माँ सज्दे में रहती है