SHER•5/9/2020उस वक़्त भी अक्सर तुझे हम ढूँढ़ने निकलेBy Munawwar RanaLikeShareReportHindiEnglishउस वक़्त भी अक्सर तुझे हम ढूँढ़ने निकले जिस धूप में मज़दूर भी छत पर नहीं जाते