मुख़्तसर होते हुए भी ज़िन्दगी बढ़ जाएगी Munawwar Rana@munawwar-ranaमुख़्तसर होते हुए भी ज़िन्दगी बढ़ जाएगी माँ की आँखें चूम लीजे रौशनी बढ़ जाएगी