Shayari Page
GHAZAL

भुला पाना बहुत मुश्किल है सब कुछ याद रहता है

भुला पाना बहुत मुश्किल है सब कुछ याद रहता है

मोहब्बत करने वाला इस लिए बरबाद रहता है

अगर सोने के पिंजड़े में भी रहता है तो क़ैदी है

परिंदा तो वही होता है जो आज़ाद रहता है

चमन में घूमने फिरने के कुछ आदाब होते हैं

उधर हरगिज़ नहीं जाना उधर सय्याद रहता है

लिपट जाती है सारे रास्तों की याद बचपन में

जिधर से भी गुज़रता हूंमैं रस्ता याद रहता है

हमें भी अपने अच्छे दिन अभी तक याद हैं 'राना'

हर इक इंसान को अपना ज़माना याद रहता है

Comments

Loading comments…
भुला पाना बहुत मुश्किल है सब कुछ याद रहता है — Munawwar Rana • ShayariPage