SHER•10/3/2022नींद उस की है दिमाग़ उस का है रातें उस की हैंBy Mirza GhalibLikeShareReportHindiEnglishनींद उस की है दिमाग़ उस का है रातें उस की हैंतेरी ज़ुल्फ़ें जिस के बाज़ू पर परेशाँ हो गईं