नश्शा-हा शादाब-ए-रंग-ओ-साज़-हा मस्त-ए-तरबMirza Ghalib@mirza-ghalibनश्शा-हा शादाब-ए-रंग-ओ-साज़-हा मस्त-ए-तरबशीशा-ए-मय सर्व-ए-सब्ज़-ए-जू-ए-बार-ए-नग़्मा है