Shayari Page
SHER

इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश 'ग़ालिब'

इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश 'ग़ालिब'

कि लगाए न लगे और बुझाए न बने

Comments

Loading comments…
इश्क़ पर ज़ोर नहीं है ये वो आतिश 'ग़ालिब' — Mirza Ghalib • ShayariPage