बुलबुल के कारोबार पे हैं ख़ंदा-हा-ए-गुल

बुलबुल के कारोबार पे हैं ख़ंदा-हा-ए-गुल

कहते हैं जिसको इश्क़ ख़लल है दिमाग़ का