बोसा देते नहीं और दिल पे है हर लहज़ा निगाहMirza Ghalib@mirza-ghalibबोसा देते नहीं और दिल पे है हर लहज़ा निगाहजी में कहते हैं कि मुफ़्त आए तो माल अच्छा है