ऐसे हालात से मजबूर बशर देखे हैं

ऐसे हालात से मजबूर बशर देखे हैं

अस्ल क्या सूद में बिकते हुए घर देखे हैं


हमने देखा है वज़ादार घरानों का जवाल

हमने सड़कों पे कई शाह ज़फ़र देखे है