SHER•10/29/2020सुतून-ए-दार पे रखते चलो सरों के चराग़By Majrooh SultanpuriLikeShareReportHindiEnglishसुतून-ए-दार पे रखते चलो सरों के चराग़ जहाँ तलक ये सितम की सियाह रात चले