रहते थे कभी जिन के दिल में हम जान से भी प्यारों की तरह

रहते थे कभी जिन के दिल में हम जान से भी प्यारों की तरह

बैठे हैं उन्हीं के कूचे में हम आज गुनहगारों की तरह