चारों तरफ़ बिखर गईं साँसों की ख़ुशबुएँKumar Vishwas@kumar-vishwasचारों तरफ़ बिखर गईं साँसों की ख़ुशबुएँ राह-ए-वफ़ा में आप जहाँ भी जिधर गए