Shayari Page
SHER

चारों तरफ़ बिखर गईं साँसों की ख़ुशबुएँ

चारों तरफ़ बिखर गईं साँसों की ख़ुशबुएँ

राह-ए-वफ़ा में आप जहाँ भी जिधर गए

Comments

Loading comments…