Shayari Page
SHER

लफ़्ज़ कितने ही तेरे पैरों से लिपटे होंगे

लफ़्ज़ कितने ही तेरे पैरों से लिपटे होंगे

तूने जब आख़िरी ख़त मेरा जलाया होगा

तूने जब फूल किताबों से निकाले होंगे

देने वाला भी तुझे याद तो आया होगा

Comments

Loading comments…