Shayari Page
SHER

कुछ न रह सका जहाँ विरानियाँ तो रह गईं

कुछ न रह सका जहाँ विरानियाँ तो रह गईं

तुम चले गए तो क्या कहानियाँ तो रह गईं

Comments

Loading comments…