SHER•11/19/2020इतना तो ज़िंदगी में किसी के ख़लल पड़ेBy Kaifi AzmiLikeShareReportHindiEnglishइतना तो ज़िंदगी में किसी के ख़लल पड़े हँसने से हो सुकून न रोने से कल पड़े