SHER•11/19/2020इंसाँ की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहींBy Kaifi AzmiLikeShareReportHindiEnglishइंसाँ की ख़्वाहिशों की कोई इंतिहा नहीं दो गज़ ज़मीं भी चाहिए दो गज़ कफ़न के बाद