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NAZM

अब और क्या तिरा बीमार बाप देगा तुझे

अब और क्या तिरा बीमार बाप देगा तुझे

बस इक दुआ कि ख़ुदा तुझ को कामयाब करे

वो टाँक दे तिरे आँचल में चाँद और तारे

तू अपने वास्ते जिस को भी इंतिख़ाब करे

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