यूँ ज़िंदगी गुज़ार रहा हूँ तिरे बग़ैर Jigar Moradabadi@jigar-moradabadiयूँ ज़िंदगी गुज़ार रहा हूँ तिरे बग़ैर जैसे कोई गुनाह किए जा रहा हूँ मैं