SHER•10/22/2020हम इश्क़ के मारों का इतना ही फ़साना हैBy Jigar MoradabadiLikeShareReportHindiEnglishहम इश्क़ के मारों का इतना ही फ़साना है रोने को नहीं कोई हँसने को ज़माना है