SHER•7/31/2021आ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैंBy Jigar MoradabadiLikeShareReportHindiEnglishआ कि तुझ बिन इस तरह ऐ दोस्त घबराता हूँ मैं जैसे हर शय में किसी शय की कमी पाता हूँ मैं