कोई इतना प्यारा कैसे हो सकता है

कोई इतना प्यारा कैसे हो सकता है

फिर सारे का सारा कैसे हो सकता है


तुझसे जब मिलकर भी उदासी कम नहीं होती

तेरे बग़ैर गुज़ारा कैसे हो सकता है