SHER•8/18/2025रह-गुज़र-ए-ख़याल में दोश-ब-दोश थे जो लोगBy Jaun EliaLikeShareReportHindiEnglishरह-गुज़र-ए-ख़याल में दोश-ब-दोश थे जो लोगवक़्त की गर्द-बाद में जाने कहाँ बिखर गए