नाम पे हम क़ुर्बान थे उस के लेकिन फिर ये तौर हुआ

नाम पे हम क़ुर्बान थे उस के लेकिन फिर ये तौर हुआ

उस को देख के रुक जाना भी सब से बड़ी क़ुर्बानी थी

मुझ से बिछड़ कर भी वो लड़की कितनी ख़ुश ख़ुश रहती है

उस लड़की ने मुझ से बिछड़ कर मर जाने की ठानी थी