Shayari Page
SHER

जिस को ख़ुद मैं ने भी अपनी रूह का इरफ़ाँ समझा था

जिस को ख़ुद मैं ने भी अपनी रूह का इरफ़ाँ समझा था

वो तो शायद मेरे प्यासे होंटों की शैतानी थी

Comments

Loading comments…
जिस को ख़ुद मैं ने भी अपनी रूह का इरफ़ाँ समझा था — Jaun Elia • ShayariPage