बात ही कब किसी की मानी हैJaun Elia@jaun-eliaबात ही कब किसी की मानी हैअपनी हठ पूरी कर के छोड़ोगीये कलाई ये जिस्म और ये कमरतुम सुराही ज़रूर तोड़ोगी