सुनते हैं इश्क़ नाम के गुज़रे हैं इक बुज़ुर्ग

सुनते हैं इश्क़ नाम के गुज़रे हैं इक बुज़ुर्ग

हम लोग भी फ़क़ीर इसी सिलसिले के हैं