सुन कर तमाम रात मेरी दास्तान-ए-ग़मFiraq Gorakhpuri@firaq-gorakhpuriसुन कर तमाम रात मेरी दास्तान-ए-ग़म बोले तो सिर्फ ये कि बहुत बोलते हो तुम