इसी खंडर में कहीं कुछ दिए हैं टूटे हुए Firaq Gorakhpuri@firaq-gorakhpuriइसी खंडर में कहीं कुछ दिए हैं टूटे हुए इन्हीं से काम चलाओ बड़ी उदास है रात