SHER•5/19/2020ये दाग़ दाग़ उजाला ये शब-गज़ीदा सहरBy Faiz Ahmad FaizLikeShareReportHindiEnglishये दाग़ दाग़ उजाला ये शब-गज़ीदा सहर वो इंतिज़ार था जिस का ये वो सहर तो नहीं