SHER•10/15/2024तू जो मिल जाए तो तक़दीर निगूँ हो जाएBy Faiz Ahmad FaizLikeShareReportHindiEnglishतू जो मिल जाए तो तक़दीर निगूँ हो जाएयूँ न था मैंने फ़क़त चाहा था यूँ हो जाए