SHER•5/19/2020मगर गुज़ारनेवालों के दिन गुज़रते हैंBy Faiz Ahmad FaizLikeShareReportHindiEnglishमगर गुज़ारनेवालों के दिन गुज़रते हैं तेरे फ़िराक़ में यूँ सुबह-ओ-शाम करते हैं