तो क्या उसको मैं होंठों से बजाऊँ
तो क्या उसको मैं होंठों से बजाऊँ
तिरे दर पे जो घंटी लग गई है
चराग़ उसने मिरे लौटा दिए हैं
अब उसके घर में बिजली लग गई है
तो क्या उसको मैं होंठों से बजाऊँ
तिरे दर पे जो घंटी लग गई है
चराग़ उसने मिरे लौटा दिए हैं
अब उसके घर में बिजली लग गई है