कितना महफ़ूज़ हूँ मैं कोने मेंFahmi Badayuni@fahmi-badayuniकितना महफ़ूज़ हूँ मैं कोने मेंकोई अड़चन नहीं है रोने मेंमैंने उसको बचा लिया वरनाडूब जाता मुझे डुबोने में