SHER•4/2/2021तेरी रंजिश खुली तर्ज-ए-बयाँ सेBy Dagh DehlviLikeShareReportHindiEnglishतेरी रंजिश खुली तर्ज-ए-बयाँ सेन थी दिल में तो क्यूँ निकली ज़बाँ से