SHER•4/2/2021मयस्सर हमें ख़्वाब-ओ-राहत कहाँBy Dagh DehlviLikeShareReportHindiEnglishमयस्सर हमें ख़्वाब-ओ-राहत कहाँज़रा आँख झपकी सहर हो गई