अगर है इश्क़ सच्चा तो निगाहों से बयाँ होगाBhaskar Shukla@bhaskar-shuklaअगर है इश्क़ सच्चा तो निगाहों से बयाँ होगाज़बाँ से बोलना भी क्या कोई इज़हार होता है