SHER•3/20/2021उड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा मेंBy Bashir BadrLikeShareReportHindiEnglishउड़ने दो परिंदों को अभी शोख़ हवा में फिर लौट के बचपन के ज़माने नहीं आते