अगर फ़ुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना

अगर फ़ुर्सत मिले पानी की तहरीरों को पढ़ लेना

हर इक दरिया हज़ारों साल का अफ़्साना लिखता है