Shayari Page
SHER

नींद आएगी भला कैसे उसे शाम के बा'द

नींद आएगी भला कैसे उसे शाम के बा'द

रोटियाँ भी न मयस्सर हों जिसे काम के बा'द

Comments

Loading comments…
नींद आएगी भला कैसे उसे शाम के बा'द — Azhar Iqbal • ShayariPage