Shayari Page
SHER

चले भी आओ भुला कर सभी गिले-शिकवे

चले भी आओ भुला कर सभी गिले-शिकवे

बरसना चाहिए होली के दिन विसाल का रंग

Comments

Loading comments…
चले भी आओ भुला कर सभी गिले-शिकवे — Azhar Iqbal • ShayariPage