SHER•1/15/2023हम से यहाँ तो कुछ भी समेटा न जा सकाBy Ameer ImamLikeShareReportHindiEnglishहम से यहाँ तो कुछ भी समेटा न जा सकाहम से हर एक चीज़ बिखरती चली गई