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बे-सबब मरने से अच्छा है कि हो कोई सबब

बे-सबब मरने से अच्छा है कि हो कोई सबब

दोस्तों सिगरेट पियो मय-ख़्वारियाँ करते रहो

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बे-सबब मरने से अच्छा है कि हो कोई सबब — Ameer Imam • ShayariPage