SHER•12/6/2022सौ सौ उमीदें बँधती है इक इक निगाह परBy Allama IqbalLikeShareReportHindiEnglishसौ सौ उमीदें बँधती है इक इक निगाह परमुझ को न ऐसे प्यार से देखा करे कोई