न पूछो मुझ से लज़्ज़त ख़ानमाँ-बर्बाद रहने की Allama Iqbal@allama-iqbalन पूछो मुझ से लज़्ज़त ख़ानमाँ-बर्बाद रहने की नशेमन सैकड़ों मैं ने बना कर फूँक डाले हैं