SHER•4/21/2025दुनिया की महफ़िलों से उकता गया हूँ या रबBy Allama IqbalLikeShareReportHindiEnglishदुनिया की महफ़िलों से उकता गया हूँ या रबक्या लुत्फ़ अंजुमन का जब दिल ही बुझ गया हो